महाराजगंज /नौतनवा के इंडो-नेपाल सीमा पर तस्करी की बड़ी योजना का भंडाफोड़ हुआ है। कस्टम विभाग की टीम ने 2.5 टन लाल चंदन के साथ तस्करों को पकड़ लिया। यह घटना सोनौली सीमा पर हुई, जहां एक ट्रक में छिपाकर तस्करी के जरिए नेपाल भेजे जा रहे लाल चंदन की लकड़ी को बरामद किया गया। इस लकड़ी की अनुमानित कीमत लगभग ढाई करोड़ रुपए बताई जा रही है।
कस्टम विभाग की टीम ने इस तस्करी रैकेट का खुलासा सूचना के आधार पर किया। उन्हें जानकारी मिली थी कि कुछ लोग लाल चंदन की तस्करी में जुटे हुए हैं और इसे सोनौली बॉर्डर के रास्ते नेपाल भेजने की योजना बना रहे हैं। इस सूचना के आधार पर गोरखपुर-सोनौली हाईवे पर कस्टम विभाग की टीमों को तैनात किया गया।
एक संदिग्ध ट्रक को सोनौली लैंड कस्टम पर रोका गया। जब ट्रक की गहनता से जांच की गई, तो पाया गया कि ट्रक के ऊपर सीलिंग में एक कैविटी बनाकर लाल चंदन की लकड़ी छिपाई गई थी। इस कैविटी में लगभग डेढ़ टन लाल चंदन की लकड़ी मौजूद थी। इसी बीच कस्टम विभाग को एक और सूचना मिली कि जिस गोदाम से ट्रक पर माल लोड किया गया था, वहां भी चंदन की लकड़ी मौजूद है।
इस सूचना के आधार पर कस्टम विभाग ने गोदाम पर छापेमारी की। सर्च वारंट के साथ की गई इस छापेमारी में वहां से लगभग एक टन लाल चंदन की लकड़ी बरामद की गई।
कस्टम विभाग की टीम ने पकड़े गए तस्करों से पूछताछ शुरू कर दी है और इस पूरे तस्करी रैकेट के बारे में अधिक जानकारी जुटाने की कोशिश की जा रही है। डिप्टी कमिश्नर वैभव सिंह ने बताया कि इस मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है और तस्करी के पूरे नेटवर्क को उजागर करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
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