महराजगंज।जीएसटी विभाग की कार्यप्रणाली से परेशान व्यापारियों ने नाराजगी जताई। मंगलवार को व्यापारियों ने विभाग की मनमानी और उत्पीड़न के विरोध में वाणिज्यकर कार्यालय पहुंचकर एडिशनल कमिश्नर को भारत सरकार की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को संबोधित आठ सूत्रीय मांग पत्र सौंपा। जिलाध्यक्ष फूल चन्द अग्रवाल के नेतृत्व में व्यापारियों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर शीघ्र निर्णय नहीं लिया गया, तो आंदोलन किया जाएगा।
जिलाध्यक्ष फूल चन्द अग्रवाल ने कहा कि जीएसटीआर-1 दाखिल करते समय बी2बी और बी2सी लेन-देन के लिए एचएसएन समरी अलग-अलग मांगी जा रही है, जो व्यावहारिक रूप से अनुचित है। इसके अलावा विभाग द्वारा बीते पांच वर्षों की सूचनाएं मात्र 15 दिन के भीतर मांगी जा रही हैं, जिससे व्यापारी बेहद तनाव में हैं। व्यापारियों ने आरोप लगाया कि फिजिकल ऑडिट के नाम पर बार-बार टीम भेजी जा रही है, जिससे व्यापार बाधित हो रहा है। वहीं, जीएसटी रजिस्ट्रेशन सरेंडर करने के बाद भी जीएसटीआर-10 अपलोड करने पर व्यापारियों को कार्यालय बुलाकर परेशान किया जा रहा है।
व्यापारियों ने यह भी उल्लेख किया कि चल दस्ते मामूली मानवीय भूलों पर भारी जुर्माना वसूल रहे हैं और कम टर्नओवर वाले व्यापारियों को जबरन पंजीकरण के लिए बाध्य किया जा रहा है। व्यापारियों ने 40 लाख तक के टर्नओवर पर पंजीकरण की बाध्यता समाप्त करने, जीएसटी की अधिकतम दर 18 प्रतिशत तय करने तथा जांच के दौरान टैक्स जमा कराने की अनिवार्यता खत्म करने की मांग की है। जिलाध्यक्ष फूल चन्द अग्रवाल, अनिल कुमार गुप्ता, विवेक गुप्ता, दुर्गेश गुप्ता, दीपक अग्रवाल आदि व्यापारी मौजूद रहें
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