रिपोर्टर राजकुमार गुप्ता
ईओ की जांच में मिला गड़बड़ झाला, मांगा तीन दिन के अंदर रिपोर्ट
नगरपंचायत चौक बाजार के वार्ड नंबर 5 में बन रहा हैं 1.65 लाख की लागत से बन रहा हैं गौशाला
महराजगंज जिले में केंद्र और राज्य सरकार द्वारा गौ संवर्धन के लिए नगर पंचायतों में गौशालाओं के निर्माण के लिए करोड़ों रुपये की धनराशि आवंटित की गई है। हालांकि, इस योजना के क्रियान्वयन में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। खासकर चौक नगर पंचायत के तहत वार्ड नंबर 5, बरगदही बसंतनाथ क्षेत्र में चल रहे गौशाला निर्माण कार्य में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं देखने को मिली हैं। इन अनियमितताओं का खुलासा होते ही नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी ने निर्माण कार्य में लापरवाही और मानक की अनदेखी पर गंभीरता से संज्ञान लिया है। जानकारी के अनुसार, इस गौशाला के निर्माण के लिए 1.65 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत निर्धारित की गई थी, जिसमें से 35 लाख रुपये पहले ही खर्च हो चुके हैं। लेकिन काम अभी तक अधूरा पड़ा हुआ है और तो समय सीमा भी पार हो चुकी है। यह सोचने कि इन खर्च हुए 35 लाख रुपये का उपयोग कैसे और कहां हुआ, इस पर सवाल उठना भी स्वाभाविक है। इस स्थिति ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या इस राशि का सही तरीके से उपयोग हुआ है,या फिर इसमें कहीं न कहीं गड़बड़ी की जा रही है इस मामले की गहनता से जांच की जा रही है, और स्थानीय नगर पंचायत ने निर्माण कार्य को करने वाली फर्म त्रिपाठी ट्रेडर्स एंड जनरल सप्लायर के मालिक संदीप त्रिपाठी को नोटिस जारी किया है। अधिशाषी अधिकारी ओमप्रकाश ने स्वयं मौके का निरीक्षण किया और पाया कि निर्माण कार्य में मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है। साथ ही, निर्माण में सफेद बालू का प्रयोग किया गया, जो कि गुणवत्ता के लिहाज से सही नहीं माना जाता है। जांच के बाद कठोर कार्रवाई की जाएगी
अधिशाषी अधिकारी ने बताया की इस मामले में संदीप त्रिपाठी को तीन दिन के भीतर जवाब देने के लिए नोटिस भेजा है। अधिकारियों के मुताबिक, यदि निर्माण कार्य में अनियमितताएं नहीं सुधारी जातीं, तो दोषी ठहराए गए ठेकेदार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सकती है। साथ ही, इस मामले के और भी पहलुओं की जांच की जाएगी, जिससे अन्य निर्माण कार्यों में भी कोई गड़बड़ी मिल सकती है
स्थानीय लोगों के अनुसार, गौशाला निर्माण में काफी समय से देरी हो रही है और इस प्रक्रिया में पारदर्शिता की भी कमी है। जबकि सरकार ने गौशाला निर्माण के लिए अच्छी खासी राशि आवंटित की थी, लेकिन अब यह सवाल खड़ा हो गया है कि क्या यह राशि सही तरीके से खर्च हो रही है, या फिर इसमें कोई भ्रष्टाचार का मामला सामने आएगा। केंद्र और राज्य सरकार द्वारा गौ संवर्धन को लेकर अनेक योजनाएं बनाई जा रही हैं, लेकिन जब ऐसे निर्माण कार्यों में अनियमितताएं सामने आती हैं, तो इन योजनाओं के वास्तविक उद्देश्य पर सवाल खड़े हो जाते हैं। इस मामले में ईमानदारी से जांच की आवश्यकता है, ताकि इस बड़े पैमाने पर चल रही योजना में किसी प्रकार की धांधली को रोका जा सके और जनता का विश्वास कायम रखा जा सके। इस संदर्भ में चौक नगर पंचायत के विकास कार्यों की जांच में अगर और भी कोई गड़बड़ी सामने आती है, तो यह स्थानीय प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती साबित होगी
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