महराजगंज। जनपद हापुड़ में लेखपाल सुभाष मीणा की दुखद मृत्यु से क्षुब्ध होकर सोमवार को महाराजगंज में तहसील परिसर में लेखपालों ने एक दिवसीय धरना दिया। धरना प्रदर्शन के माध्यम से उन्होंने सुभाष मीणा की मौत के लिए हापुड़ के जिलाधिकारी की कथित उत्पीड़नात्मक कार्रवाई को जिम्मेदार ठहराते हुए न्याय की गुहार लगाई।
धरने का नेतृत्व कर रहे लेखपाल संघ के अध्यक्ष अशोक कुमार त्रिपाठी ने कहा कि किसी भी कर्मचारी का सार्वजनिक अपमान और मानसिक उत्पीड़न अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि लेखपाल सुभाष मीणा पर जिलाधिकारी द्वारा बिना जांच कार्रवाई की गई और सार्वजनिक रूप से अपमानित किया गया, जिसके चलते वे तनाव में आ गए और उनकी आकस्मिक मृत्यु हो गई। यह घटना पूरे प्रदेश के राजस्व कर्मियों को झकझोरने वाली है।
धरने के दौरान लेखपालों ने मुख्यमंत्री को संबोधित चार सूत्रीय मांग पत्र उपजिलाधिकारी सदर को सौंपा। इसमें उन्होंने मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता, एक परिजन को सरकारी नौकरी में जल्द नियुक्ति, उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों पर कठोर कार्रवाई और अधीनस्थ कर्मचारियों के साथ सम्मानजनक व्यवहार के स्पष्ट निर्देश जारी करने की मांग की।
लेखपाल संघ ने कहा कि कुछ अधिकारी पब्लिसिटी की होड़ में बैठकें, समाधान दिवस और चौपालों के दौरान अधीनस्थों का खुलेआम अपमान करते हैं, जिससे कर्मचारियों पर मानसिक दबाव बढ़ता जा रहा है। ऐसी प्रवृत्ति पर तत्काल रोक लगाई जानी चाहिए।
इस दौरान मंत्री ऋषिकेश शर्मा, शिवम पाण्डेय, सुनील यादव, मारुति नन्दन निगम, अविनाश सहानी, शिला चौधरी, अनिल मिश्रा, आशीष चौबे, रंजन श्रीवास्तव, दीपक पाण्डेय, दुर्गेश चौधरी, गंगा जायसवाल, महिमा पाण्डेय, राकेश सीतामणि आदि लेखपालों ने चेताया कि यदि मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो प्रदेशव्यापी आंदोलन किया जाएगा।
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