रिपोर्टर राजकुमार गुप्ता
निचलौल (एसएनबी)। मनरेगा योजना के तहत पैकौली ग्राम पंचायत में सरकारी धन के दुरुपयोग का मामला सामने आया है। उच्चाधिकारियों द्वारा गठित एक जांच टीम की रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है, जिसके बाद संबंधित अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं।प्राप्त जानकारी के अनुसार, सिसवा विधायक प्रेमसागर पटेल की शिकायत पर यह जांच की गई। शिकायत में कहा गया था कि ग्राम पंचायत पैकौली एवं पकडी भारतखण्ड में ग्राम रोजगार सेवक और सहायक पंचायत अधिकारी (एपीओ) ने मिलीभगत कर शासकीय नियमों की अनदेखी की है। जांच टीम में जिला पंचायत राज अधिकारी एवं अवर अभियंता लोनिवि शामिल थे, जिन्होंने 11 सितम्बर को जांच शुरू की थी और 15 अक्टूबर को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की। डीएम ने 26 अक्टूबर को ग्राम प्रधान विजय प्रताप को नोटिस जारी करते हुए कहा कि उन्हें 15 दिनों के अंदर साक्ष्यों के साथ उत्तर देना होगा। यदि वे जवाब देने में लापरवाही करते हैं, तो प्रशासनिक कार्रवाई की जा सकती है। इसके अतिरिक्त, तीन सदस्यीय समिति का गठन किया जाएगा जो मामले की गहन जांच करेगी।
जांच टीम की रिपोर्ट के आधार पर तत्कालीन ग्राम पंचायत अधिकारी दीप्ती जायसवाल को भी नोटिस भेजा गया है। उन्हें एक सप्ताह के भीतर साक्ष्यों और सटीक जवाब के साथ सहायक पंचायत अधिकारी पंचायत के माध्यम से प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है।
उपायुक्त श्रम रोजगार ने एपीओ रविंद्र बहादुर सिंह और रोजगार सेवक सत्यनरायण प्रजापति को भी कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए एक सप्ताह के अंदर साक्ष्यों के साथ मुख्य विकास अधिकारी को उत्तर देने के लिए कहा है।
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