रिपोर्टर राजकुमार गुप्ता
ठूठीबारी, नेपाल से सटे कस्बे में स्थित चंदन घाट पर इस वर्ष भी छठ पूजा का आयोजन धूमधाम से किया गया। गुरुवार शाम को जब सूर्य अस्ताचल की ओर बढ़ने लगे, व्रती महिलाओं ने भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया और अपने परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की। इस अवसर पर घाट पर माहौल भक्तिमय और उल्लासपूर्ण था। महिलाएं न केवल सूर्य की पूजा करती हैं, बल्कि छठ मैया के गीतों से घाट का वातावरण संगीतमय हो जाता है। बुधवार शाम को व्रतियों ने खरना का प्रसाद ग्रहण किया और निर्जल व्रत की शुरुआत की। यह व्रत शुक्रवार को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद ही समाप्त होगा। ठूठीबारी के चंदन घाट पर ही प्रमुख पूजा स्थल था, जहां बड़ी संख्या में व्रती महिलाओं ने अपने परिवार के लिए मंगल कामनाओं के साथ सूर्यदेव को अर्घ्य दिया। इस अवसर पर विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों से लोग पहुंचे थे, और हर तरफ उत्सव का माहौल था। ग्राम पंचायत रामनगर के ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अभय शंकर सिंह उर्फ बबलू सिंह और ग्राम पंचायत ठूठीबारी के ग्राम प्रधान अजय कुमार ने इस आयोजन की व्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके अलावा, चंदन घाट, मरचाहवा और झरही नदी के घाटों पर सुरक्षा और व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए समुचित इंतजाम किए गए थे। घाटों पर लाइटिंग की व्यवस्था की गई थी, जिससे श्रद्धालुओं को कोई कठिनाई न हो। इस विशेष मौके पर, ढोल-नगाड़ों और डीजे के साथ लोग झूमते नजर आए, जिससे पूरे क्षेत्र में एक उल्लासपूर्ण माहौल उत्पन्न हुआ। छठ पूजा के दौरान इस बार सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी खास इंतजाम किए गए थे। ठूठीबारी कोतवाली प्रभारी योगेंद्र कुमार ने अपने फोर्स के साथ सुरक्षा की निगरानी की और घाट पर किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए चाक-चौबंद इंतजाम किए। साथ ही, सुरक्षा के लिए अवधेश ओझा, अंशुमान यादव, दिव्य प्रकाश, अनुप यादव, राजेश, सुशांत, रेनू सिंह, खुशबू, तन्नू, निशा, विनीता और महिला कांस्टेबल भी मुस्तैदी से तैनात रहे।ठूठीबारी में इस बार की छठ पूजा विशेष रूप से सफल रही, क्योंकि प्रशासन और स्थानीय लोगों ने मिलकर बेहतर व्यवस्था और सुरक्षा के माध्यम से एक अविस्मरणीय आयोजन किया। श्रद्धालुओं की आस्था और समर्पण ने इस पर्व को और भी भव्य बना दिया।
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